Saturday, July 12, 2008


सूर्य कुमार पाण्डेय का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ । अब तक १५ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं ।
इनमे प्रमुख हैं पाण्डेयजी के पटाखे , पाण्डेयजी के ठहाके , चिकने घडे , वाह-वाह , पेट में दाढ़ीया हैं , रुकावट के लिए खेद है आदि । पिछले लगभग ४० वर्षों से साहित्य साधना में संलग्न हास्य कवि सूर्य कुमार पाण्डेय उन विरल कवियों में एक हैं जिन्होनें हास्य-व्यंग्य कविता मंच को चुटकुलेबाजी के प्रदुषण से मुक्त रखने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है । देश-विदेश के कवि-सम्मेलनों में बराबर शिरकत करने वाले पांडेयजी हिंदुस्तान के आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के लोकप्रिय कवि हैं ।
इन्हे काका हाथरसी पुरस्कार , अट्टहास सम्मान , सूर सम्मान , विदूषक सम्मान , रविंद्रनाथ त्यागी सम्मान समेत दो दर्जेनसे अधिक प्रथिस्थित अलंकार प्राप्त हो चुके हैं । इनकी ख्याति व्यंग्य स्तंभकार के रूप में भी है ।
हिन्दी की प्रथिस्थित पत्र-पत्रिकियों में अनवरत प्रकाशित होने वाले कवि सूर्य कुमार पाण्डेय इस समय भारत के चार दैनिक अख़बारों के लिए गद्य एवं पद्य स्तम्भ लिख रहे हैं ।
इनके कविता साहित्य पर शोध कार्य हो चुका है । कई बाल-कविताएँ पाठ्य पुस्तकों में संकलित हैं ।

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